कमला

धन तथा समृद्धि दात्री, दिव्य एवं मनोहर स्वरूप से संपन्न, पवित्रता और स्वछता से सम्बंधित "देवी कमला"।

देवी कमला या कमलात्मिका, दस महाविद्याओं में दसवें स्थान पर अवस्थित तथा कमल या पद्म पुष्प के समान दिव्यता की प्रतीक हैं। देवी कमला, तांत्रिक लक्ष्मी के नाम से भी जानी जाती हैं, देवी का सम्बन्ध सम्पन्नता, सुख, समृद्धि, सौभाग्य और वंश विस्तार से हैं। दस महाविद्याओं की श्रेणी में देवी कमला अंतिम स्थान पर अवस्थित हैं।

देवी सत्व गुण से सम्बद्ध हैं, धन तथा सौभाग्य की अधिष्ठात्री देवी हैं। स्वच्छता, पवित्रता, निर्मलता देवी को अति प्रिय हैं तथा देवी ऐसे स्थानों में ही वास करती हैं। प्रकाश से देवी कमला का घनिष्ठ सम्बन्ध हैं, देवी उन्हीं स्थानों को अपना निवास स्थान बनती हैं जहां अँधेरा न हो, इसके विपरीत देवी की बहन अलक्ष्मी, ज्येष्ठा, निऋति जो निर्धनता, दुर्भाग्य से सम्बंधित हैं, अंधेरे तथा अपवित्र स्थानों को ही अपना निवास स्थान बनती हैं। देवी कमला के स्थिर निवास हेतु स्वच्छता तथा पवित्रता अत्यंत आवश्यक हैं।

देवी की आराधना तीनों लोकों में सभी के द्वारा की जाती हैं, दानव या दैत्य, देवता तथा मनुष्य सभी को देवी कृपा की आवश्यकता रहती हैं; क्योंकि सुख तथा समृद्धि सभी प्राप्त करना चाहते हैं। देवी आदि काल से ही त्रि-भुवन के समस्त प्राणियों द्वारा पूजित हैं। देवी की कृपा के बिना, निर्धनता, दुर्भाग्य, रोग ग्रस्त, कलह इत्यादि जातक से सदा संलग्न रहता हैं परिणामस्वरूप जातक रोग ग्रस्त, अभाव युक्त, धन हीन, निराश, उदास रहता हैं। देवी कमला ही समस्त प्रकार के सुख, समृद्धि, वैभव इत्यादि सभी प्राणियों, देवताओं तथा दैत्यों को प्रदान करती हैं। एक बार देवता यहाँ तक ही भगवान विष्णु भी लक्ष्मी हीन हो गए थे, परिणामस्वरूप सभी दरिद्र तथा सुख-वैभव रहित हो गए थे।

विष्णु प्रिया देवी कमला, पद्म या कमल पुष्प प्रिया।

हिन्दू, बौद्ध तथा जैन धर्म के अंतर्गत कमल पुष्प को बहुत पवित्र तथा महत्त्वपूर्ण माना जाता हैं। बहुत से देवी देवताओं की साधना, आराधना में कमल पुष्प आवश्यक हैं तथा सभी देवताओं पर कमल पुष्प निवेदन कर सकते हैं। कमल की उत्पत्ति मैले, गंदे स्थानों पर होती हैं, परन्तु कमल के पुष्प पर मैल, गन्दगी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता हैं, कमल अपनी दिव्य शोभा लिये, सर्वदा ही पवित्र रहता हैं तथा दिव्य पवित्रता को प्रदर्शित करता हैं। देवी कमला, कमल प्रिय हैं, कमल के आसान पर ही विराजमान रहती हैं, कमल के माला धारण करती हैं, कमल पुष्पों से ही घिरी हुई हैं। देवी कमला, जगत पालन कर्ता भगवान विष्णु की पत्नी हैं।


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